Friday, August 22, 2008

बोधगया की सैर

















दोस्‍तों, आप सभी ने बोधगया का नाम तो जरूर सुना होगा। यह भारत के बिहार राज्‍य में बौद्धों का बहुत बड़ा तीर्थ स्‍थल है। यहीं उन्‍होंने अपना घर त्‍याग कर कई दिनों तक भूखे-प्‍यासे रहकर ज्ञान प्राप्ति हेतु तपस्‍या की। अंतत: उन्‍हें परम ज्ञान की प्राप्ति हुई जिस कारण इस स्‍थान का नाम बोधगया पडा।
पिछले महीने मैं एक शादी के सिलसिले में गया पहुँचा तो वहॉं जाने का मौका गँवाना उचित न समझा। आइए, आपको वहॉं की सैर अपने मोबाइल कैमरे द्वारा स्‍नैप की गई तस्‍वीरों के माध्‍यम से कराऊँ।
1. पहली तस्‍वीर में गौतम बुद्ध के पॉंवों के निशान हैं। यह भारत सरकार द्वारा बनवाए गए बौद्ध मंदिर में शीशे के क्‍लोजेट में रखे गए हैं।
2. दूसरी तस्‍वीर भूटान सरकार द्वारा बनवाया बौद्ध मंदिर हैं। इसकी छत के मेहराब काफी सुंदर बने हैं।
3. तीसरी तस्‍वीर जापान सरकार द्वारा महात्‍मा बुद्ध की बनवायी गयी काफी विशाल मूर्ति है। यह देखने में काफी अच्‍छी लगती है।
4. इस तस्‍वीर में जो वृक्ष दिख रहा है उसी पेड़ के नीचे महात्‍मा बुद्ध ने तपस्‍या की थी। इसे महाबोधि वृक्ष कहते हैं।
5. यह भी किसी अन्‍य देश द्वारा बनवाई गई मूर्ति है।
6. यह मंदिर ब्रिटिश जमाने में ही बना था। यह बोधगया का सबसे अच्‍छा मंदिर है।




2 comments:

Anwar Qureshi said...

नज़ारा बहुत खूब है ..

Sharat said...

yeh to bahuto ne dekha hai per tum ne ise dikha kar bihar aur apne dharti se pyar ko darsaya hai.
Kaash... yeh feelings sab me hoti...