शादी का सच
लो हो गई शादी आपके भाई की,
अब क्या, आएगी बारी अब आपकी।
फिर आएंगे रिश्ते इस कमाऊ पूत के,
फोटो-कुंडली ले कर कराऍं उन्हें नाश्ते।
फोटो-कुंडली जमी तो आगे(दहेज) की बात होगी,
खूब वसूलेंगे धन, तभी तो समाज में अपनी नाक होगी।
लो डील अब तो हो गया फाइनल,
लड़की से बात करने का पापा ने दिया सिग्नल ।
कहॉं थे अंजान, अब तो पहना दी एक दूजे को अंगूठी,
सभी हैं राजी; फोन, एस.एम.एस. से करेंगे वादे सच्ची-झूठी ।
विवाह पूर्व जग गया प्रेम, पड़ा असर दहेज पर,
पहले करो ऑल ड्युज क्लियर,
पापा बोले, तभी बेटा चढ़ेगा घोड़ी पर ।
हॉं-ना, तू-तू मैं-मैं कर के आखिर हो ही गई लड़के की शादी,
एक झटके में भैया लुट गई लड़के की आजादी।
पप्पू और चिंपी क्या हुए, जीवन की तस्वीर ही बिगड़ गई,
शादी के लड्डू भी अब फीकी-फीकी सी लगने लगी।
जानते हैं वे शादी के लड्डू का स्वाद, फिर भी हमसे चखवाते हैं,
लो हो गई शादी आपके भाई की,
अब क्या, आएगी बारी अब आपकी।
फिर आएंगे रिश्ते इस कमाऊ पूत के,
फोटो-कुंडली ले कर कराऍं उन्हें नाश्ते।
फोटो-कुंडली जमी तो आगे(दहेज) की बात होगी,
खूब वसूलेंगे धन, तभी तो समाज में अपनी नाक होगी।
लो डील अब तो हो गया फाइनल,
लड़की से बात करने का पापा ने दिया सिग्नल ।
कहॉं थे अंजान, अब तो पहना दी एक दूजे को अंगूठी,
सभी हैं राजी; फोन, एस.एम.एस. से करेंगे वादे सच्ची-झूठी ।
विवाह पूर्व जग गया प्रेम, पड़ा असर दहेज पर,
पहले करो ऑल ड्युज क्लियर,
पापा बोले, तभी बेटा चढ़ेगा घोड़ी पर ।
हॉं-ना, तू-तू मैं-मैं कर के आखिर हो ही गई लड़के की शादी,
एक झटके में भैया लुट गई लड़के की आजादी।
पप्पू और चिंपी क्या हुए, जीवन की तस्वीर ही बिगड़ गई,
शादी के लड्डू भी अब फीकी-फीकी सी लगने लगी।
जानते हैं वे शादी के लड्डू का स्वाद, फिर भी हमसे चखवाते हैं,
इसीलिए तो भैया दुनिया में अपने ही गड्ढ़े में गिराते हैं।
2 comments:
I HAVE GONE THROUGH THE POEMS CREATED ON YOUR WEBSITE I DEEPLY APPRECIATE YOUR SENTIMENTS AND PRAY TO GOD TO GIVE YOU ENOUGH ENCOURGEMENT TO DO MUCH BETTER IN YOUR FUTURE CAREER.
S.P. SHARMA
Yeh kavita hai ya apni kahani...
dahej lekar sasur ko yaad kadao nani...
jaldi saadi kar le nahi to kho jayegi jawani...
yaad rakhna biwi pilayegi naak se paani...
phir nahi kar paoge manmani...
kyoki wo hoti hai badi sayani...
bina saadi aisa anubhaw, soch k ho rahi hai hairani...
after all this poem is chuman's Kamayani...
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